Nikshay Poshan Yojana | निक्षय पोषण योजना

निक्षय पोषण योजना (NIKSHAY Poshan Yojana) भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य देश में क्षय रोग (टीबी) के रोगियों को उचित पोषण सहायता प्रदान करना है।जो कि क्षय रोग (टीबी) से ग्रसित मरीजों की पोषण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बनाई गई है।

यह योजना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संचालित राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (National TB Elimination Program) के तहत आई है। , और इसका मुख्य उद्देश्य टीबी रोगियों की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए उन्हें पोषण से संबंधित आर्थिक मदद देना है, ताकि उनका इलाज तेज़ी से हो सके और उनकी सेहत में सुधार हो सके।

निक्षय पोषण योजना
निक्षय पोषण योजना

निक्षय पोषण योजना का उद्देश्य

योजना का मुख्य उद्देश्य टीबी रोगियों को पौष्टिक भोजन प्राप्त करने में मदद करना है ताकि उनका इलाज सफल हो सके और वे जल्दी ठीक हो सकें। टीबी एक गंभीर बीमारी है जो माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस (Mycobacterium Tuberculosis) नामक बैक्टीरिया से फैलती है।

इसका प्रभाव फेफड़ों के साथ-साथ शरीर के अन्य हिस्सों पर भी हो सकता है। टीबी से उबरने के लिए उचित दवाओं के साथ-साथ मरीज को पौष्टिक भोजन की भी आवश्यकता होती है।

निक्षय पोषण योजना के तहत मिलने वाली सहायता

योजना के तहत, प्रत्येक टीबी मरीज को प्रति माह 500 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। यह राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से सीधे मरीज के बैंक खाते में जमा की जाती है। यह सहायता मरीज के उपचार की पूरी अवधि के दौरान मिलती है, जो आमतौर पर 6 महीने से 12 महीने तक हो सकती है।

निक्षय पोषण योजना का लाभ कौन उठा सकता है?

योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ पात्रता शर्तें होती हैं:

  • टीबी रोगी: इस योजना का लाभ केवल टीबी मरीज ही उठा सकते हैं।
  • पंजीकरण: मरीज को निक्षय पोर्टल (Nikshay Portal) पर पंजीकृत होना अनिवार्य है। यह पंजीकरण सरकारी अस्पताल, चिकित्सा केंद्र, या मान्यता प्राप्त स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के माध्यम से किया जा सकता है।
  • सक्रिय टीबी रोगी: केवल वे मरीज जो सक्रिय टीबी रोग से पीड़ित हैं और जिनका इलाज चल रहा है, वे ही इस योजना के तहत सहायता प्राप्त कर सकते हैं।

निक्षय पोषण योजना का आवेदन कैसे करें?

  • पंजीकरण: निक्षय पोर्टल पर जाकर अपने निकटतम सरकारी अस्पताल या चिकित्सा केंद्र से पंजीकरण कराएं।
  • आधार कार्ड और बैंक खाता: पंजीकरण के समय मरीज को अपना आधार कार्ड और बैंक खाता विवरण देना होगा ताकि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से सहायता राशि सीधे उनके खाते में जमा की जा सके।
  • स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क: टीबी रोगियों को अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करना चाहिए, जहां से वे योजना का लाभ उठा सकते हैं और समय-समय पर उनके स्वास्थ्य की जांच होती रहेगी।

निक्षय पोषण योजना के लाभ

  • पोषण सहायता: टीबी मरीजों को पौष्टिक आहार के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है ताकि वे जल्दी स्वस्थ हो सकें।
  • आर्थिक सहायता: गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले मरीजों के लिए यह योजना आर्थिक रूप से काफी मददगार साबित होती है।
  • सरल प्रक्रिया: इस योजना का आवेदन और पंजीकरण प्रक्रिया सरल और सुगम है, जिसे कोई भी टीबी मरीज आसानी से कर सकता है।
  • टीबी उन्मूलन में योगदान: यह योजना टीबी को जड़ से समाप्त करने के सरकार के लक्ष्य में सहायक सिद्ध हो रही है। पौष्टिक आहार से मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और वे तेजी से स्वस्थ होते हैं, जिससे टीबी के प्रसार को रोका जा सकता है।

निष्कर्ष

निक्षय पोषण योजना भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो टीबी मरीजों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है ताकि वे पौष्टिक भोजन प्राप्त कर सकें और तेजी से स्वस्थ हो सकें। इस योजना से न केवल टीबी मरीजों की मदद हो रही है, बल्कि टीबी उन्मूलन के राष्ट्रीय लक्ष्य को भी बल मिल रहा है। अगर आपके आसपास कोई टीबी से पीड़ित है, तो उन्हें इस योजना के बारे में जरूर जानकारी दें ताकि वे भी इसका लाभ उठा सकें और स्वस्थ जीवन जी सकें।


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